
क्या आपकी कार पब्लिक प्लेस है? क्या रहा अदालतों का रुख और क्यों?
News18
1999 में केरल हाई कोर्ट (Kerala High Court) ने माना था कि भले ही पब्लिक प्लेस में हो, लेकिन प्राइवेट कार प्राइवेट स्पेस ही होती है, लेकिन इसके 20 साल बाद बहस का रुख तब बदल गया जब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इसके उलट स्थापना की.
क्या आपकी निजी कार पब्लिक प्लेस होती है? यह बहस एकदम नई नहीं है, लेकिन फिर सुर्खियों में इसलिए है क्योंकि दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने बीते बुधवार को एक महत्वपूर्ण रूलिंग देते हुए कहा कि भले ही आप अपनी कार में अकेले ही हों, लेकिन मास्क पहनना अनिवार्य है क्योंकि आपकी कार पब्लिक प्लेस में होती है तो आपको और आपसे दूसरों को Covid-19 का खतरा बना रहता है. अब इस रूलिंग के तीन पहलू हैं, एक निजी कार को पब्लिक स्पेस मानने का क्या तर्क रहा है, निजी वाहन में मास्क पहनने संबंधी गाइडलाइन्स क्या हैं और क्या इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट का भी कोई पक्ष रहा है? वाहन में अकेले होने पर भी फाइन झेलने वालों की तरफ से याचिकाओं की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की जस्टिस प्रतिभा एम सिंह की सिंगल बेंच ने साफ कहा कि कोरोना के चलते भले ही वाहन में आप अकेले हों या कई लोग हों,...