कथित NCB अधिकारी की चिट्ठी को समीर वानखेड़े की पत्नी ने किया खारिज, कहा- घर बैठे कोई भी लिख लेगा
News18
कथित NCB अधिकारी की चिट्ठी को समीर वानखेड़े की पत्नी ने किया खारिज, कहा- घर बैठे कोई भी लिख लेगा
मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) स्थित मुंबई (Mumabi) में क्रूज पर मादक पदार्थ मामले में आर्यन खान (Aryan Khan) की गिरफ्तारी के बाद फिर चर्चा में आए NCB अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) पर राज्य सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने गंभीर आरोप लगाए. मंगलवार को उन्होंने कथित NCB अधिकारी द्वारा लिखी गई चिट्ठी जारी करते हुए मांग की है कि इसकी जांच हो. कथित अधिकारी वाली लिखी गई चिट्ठी सामने आने के बाद वानखेड़े की पत्नी और मराठी अभिनेत्री क्रांति रेडकर वानखेड़े ने कहा है ‘उनके पति ईमानदार हैं. वह कई लोगों की परेशानी का कारण हैं, इसलिए उन पर ऐसे गलत आरोप लगाए जा रहे हैं.’
रेडकर ने कहा ‘हमें कोर्ट क्यों जाना चाहिए? हमारे खिलाफ आरोप लगाने वालों को कोर्ट जाना चाहिए. हम ‘करोड़पति’ नहीं हैं, हम साधारण लोग हैं. समीर एक ईमानदार अफसर है. बहुत से लोग चाहते हैं कि उन्हें हटा दिया जाए.’ महाराष्ट्र के मंत्री द्वारा चिट्ठी शेयर करने पर क्रांति रेडकर वानखेड़े ने कहा ‘ऐसी चिट्ठियों में कोई सच्चाई नहीं है … मेरे पति गलत नहीं हैं, हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.’
रेडकर ने कहा- मेरे पति झूठे नहीं हैं, ऐसे में हमें बार बार सफाई देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे घर बैठ कर कोई भी चिट्ठी लिख सकता है…अगर कुछ है तो सामने आए. सारे दावे गलत हैं.ट्विटर बाजी से कुछ नहीं होता. तथ्य है तो कोर्ट में साबित करें. ऐसे कोई भी ट्वीटर पर कुछ भी लिख सकता है. रेडकर ने कहा- ‘पानी सर के ऊपर गया तो कोर्ट जाएंगे. फिलहाल जनता के प्यार से जीतेंगे. हमारे पास उनकी तरह अथाह पैसा नहीं है.’ धर्म से जुड़े दावों पर उन्होंने कहा ‘धर्म की बात है सर्टिफिकेट दिखाए है. उनकी रिसर्च टीम कमजोर है थोड़ी और रिसर्च कराएं.’
इससे पहले महाराष्ट्र के मंत्री ने दावा किया था ‘NCB अधिकारी समीर वानखेड़े मुंबई और ठाणे में दो निजी लोगों के माध्यम से कुछ लोगों के मोबाइल फोन अवैध रूप से इंटरसेप्ट कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि NCB के अज्ञात अधिकारी द्वारा मुझे भेजे गए पत्र में दावा किया गया है कि झूठे मामलों में कई लोगों को फंसाया गया है. मलिक ने कहा- ‘मुझे NCB के अज्ञात अधिकारी का पत्र मिला है. हम मांग करते हैं कि जांच होनी चाहिए.’