'सिर्फ मुस्लिम वोट चाहिए, उम्मीदवार नहीं...', अब सपा नेता अबु आजमी ने जताई कांग्रेस से नाराजगी
AajTak
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि, महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई और एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया गया. अबू आज़मी ने आजतक इंडिया टुडे समूह से खास बातचीत करते हए कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी हमेशा मुस्लिम वोटों पर दावा करती है. वे उनसे कहते हैं कि अगर कोई समस्या है तो कांग्रेस पार्टी मुस्लिमों के साथ है, लेकिन कांग्रेस को सिर्फ मुस्लिम वोट चाहिए.'
महाराष्ट्र में कांग्रेस को लगातार अपने मुस्लिम नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. एक के बाद एक कांग्रेस और इसके सहयोगी सपोर्टर मुस्लिम नेता अलग-अलग मुद्दों पर पार्टी से नाराजगी जता रहे हैं. एक कॉमन मुद्दा तो यही है कि कांग्रेस ने राज्य में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया है. ऐसे में नाराज मुस्लिम नेता ये भी कह रहे हैं कि कांग्रेस को मुस्लिम वोट तो चाहिए पर उम्मीदवार नहीं. अभी हाल ही में नसीम खान यही बात कहकर पार्टी की स्टार प्रचारक वाली लिस्ट से खुद ही बाहर हो गए थे तो अब पार्टी के सपोर्टर एक और नेता ने नाराजगी जताई है.
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि, महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई और एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया गया. अबू आज़मी ने आजतक इंडिया टुडे समूह से खास बातचीत करते हए कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी हमेशा मुस्लिम वोटों पर दावा करती है. वे उनसे कहते हैं कि अगर कोई समस्या है तो कांग्रेस पार्टी मुस्लिमों के साथ है, लेकिन कांग्रेस को सिर्फ मुस्लिम वोट चाहिए.'
उन्होंने सवाल उठाए कि, वे 2.5 साल तक सत्ता में थे, मुस्लिम आरक्षण क्यों नहीं पारित किया गया. आप मुझे बताएं कि 48 सीटों में से एक भी टिकट मुस्लिम को नहीं दिया गया. उन्होंने महाराष्ट्र के इतने बड़े नेता आरिफ नसीम खान को टिकट नहीं दिया. समाजवादी पार्टी ने दो सीटें मांगी थीं. उन्होंने हमसे पूछा भी नहीं और चर्चा भी नहीं की. हम चुप रहे, लेकिन हमने सोचा था कि महाराष्ट्र में कम से कम एक मुस्लिम को टिकट दिया जाएगा, जिससे हमें अपने आंसू पोंछने में मदद मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हम बहुत दुखी हैं. हमने आलाकमान से बात की, उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र में छोटी पार्टी हैं.
प्रचार को लेकर भी उन्होंने कहा कि, हमें प्रचार के लिए कौन पूछता है, हम तो बहुत छोटे लोग हैं, हमें कोई नहीं पूछता.
वहीं, पूर्व कांग्रेसी नेता संजय निरूपम ने भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने X पर लिखी पोस्ट में कहा कि, 'महाराष्ट्र का डेढ़ करोड़ मुस्लिम समाज सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस को वोट देता है, लेकिन पूरा समाज इस समय कांग्रेस से बहुत नाराज़ है. क्योंकि इतनी वफादारी के बावजूद कांग्रेस ने इस लोकसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया है. ऐसा पहली बार हुआ है. उत्तर मध्य मुंबई से एक नेता उम्मीद लगाए बैठे थे,उन्हें भी पार्टी ने धोखा दे दिया. चर्चा यह है कि कॉंग्रेस के मुसलिम वोटों पर आंख गड़ाए बैठी UBT शिवसेना ने नेताजी की टिकट कटवा दी. मैंने कहा था न कि महाराष्ट्र में कांग्रेस UBT के सामने साष्टांग दंडवत की मुद्रा में है. आगे जाकर पार्टी की महाराष्ट्र इकाई का विलय UBT में ही हो जाए तो चौंकिएगा मत. बहरहाल, मुस्लिम कांग्रेस के खिलाफ विद्रोह के मूड में हैं.
आईआरसीटीसी के एक वीडियो में, पार्टी की केरल इकाई ने अन्य ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट भी दिखाई, जबकि वंदे भारत ट्रेनों में कई सीटें खाली रहीं. पार्टी ने एक्स पर लिखा 'मुंबई-सोलापुर वंदे भारत में, 277 सीटें खाली हैं, लेकिन लगभग सभी अन्य ट्रेनों में वेटिंग हैं. इसका मतलब है कि इन ट्रेनों की भारी मांग है, लेकिन वह इतनी महंगी नहीं है. अलग-अलग रूट पर समान पैटर्न उभर कर सामने आते हैं,'.
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की ये रिपोर्ट 167 देशों में आबादी का अध्ययन करके तैयार हुई है, जो कहती है कि आबादी में अब विविधता बढ़ी है. और इस बढ़ती विविधता को रिपोर्ट में सकारात्मक रूप से भी लिया गया है, लेकिन भारत में हिंदू आबादी का हिस्सा कुल आबादी में घटने और मुस्लिम आबादी का अनुपात बढ़ने पर बीजेपी, कांग्रेस को तुष्टिकरण के कठघरे में खड़ा करती है.
असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए पद्म श्री प्रदान किया जाता है. पद्म भूषण पाने वालों में प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ अश्विन बालचंद मेहता और पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता दिवंगत सत्यब्रत मुखर्जी शामिल हैं.
गुजरात के सूरत से एक बेहद दुखद मामला सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग दंपति ने कर्ज में डूबे अपने बेटे को निकाल कनाडा भेजा था. लेकिन, बेटे ने कनाडा जाकर माता-पिता से मुंह फेर लिया. लाखों रुपये का कर्ज भरने वाले माता-पिता यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने आत्महत्या कर ली. पूरी खबर जानने के लिए वीडियो.